हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में 26 जून को रॉकी नाम के एक पाँच महीने के कुत्ते के पिल्लै ने साहस का एक अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए एक पूरे गाँव को एक जानलेवा भूस्खलन से बचा लिया।
बताया जा रहा है कि यह भयावह घटना सियाटी गाँव में रात लगभग 12:30 बजे हुई। घंटों से भारी बारिश हो रही थी, जिससे एक बड़ा भूस्खलन हुआ।
रिपोर्ट्स के अनुसार, रॉकी, जो जमीन पर सो रहा था, अचानक लगातार भौंकने और चीखने लगा। उसकी अजीब सी भौंकने की आवाज़ से उसका मालिक जाग गया।
जब उसका मालिक नीचे देखने गया, तो उसने देखा कि दीवार में एक बड़ी दरार है और पानी घर में घुस रहा है।
यह भांपते हुए कि भूस्खलन कभी भी हो सकता है, उसने रॉकी को उठाया और जल्दी से अपने परिवार को जगाया। अपने घर की ऊपरी मंज़िल से, वह गाँव की ओर कीचड़ और मलबा खिसकता हुआ देख सकता था।
बिना समय गँवाए, कुत्ते का मालिक मूसलाधार बारिश में घर-घर दौड़ता रहा, दरवाज़े खटखटाता रहा और लोगों को बाहर निकलने के लिए चिल्लाता रहा।
रॉकी की चेतावनी और उसके मालिक की त्वरित कार्रवाई की वजह से, गाँव के सभी 22 परिवार सुरक्षित जगह पर भाग पाए। कुछ ही मिनटों बाद, गाँव में एक बड़ा भूस्खलन हुआ और लगभग एक दर्जन घर पूरी तरह से नष्ट हो गए।
सभी को सचेत करने के बाद, रॉकी खुद भी मलबे में फँस गया और उसे भी बचाया जाना पड़ा। आश्चर्यजनक रूप से, एक छोटे पिल्ले के भौंकने की आवाज़ की बदौलत सभी बिना किसी चोट के बच गए।
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